जनबोल न्यूज
स्टेट संघ के सचिव सह आइसा राज्य कमेटी सदस्य आलोक यादव और पवन यादव, के नेतृत्व में स्टेट रिजल्ट जारी करने को लेकर बिहार बोर्ड कार्यलय का घेराव किया गया प्रदर्शन के बाद कल शनिवार को बिहार बोर्ड के अध्य्क्ष आनंद किशोर से मिलवाने का वादा किया गया है आइसा के राज्य सह सचिव आकाश कश्यप ने कहा कि स्टेट आंदोलन के साथ आइसा शुरू दीन से ही है ज्ञात STET एग्जाम जो इसी साल 28 जनवरी 2020 को हुआ। परीक्षार्थियों का कहना था कि इस एग्जाम में सिलेबस से बाहर के प्रश्न पूछे गए।
बिना सिलेबस जारी किए ही एग्जाम लिया गया। इस परीक्षा को लेकर छात्र कोर्ट का दरवाज़ा भी खटखटा चुके है और मामला कोर्ट के अधीन है।
उसके बाद बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा 16 मई 2020 को एग्जाम कैंसिल कर दिया गया। उसके बाद छात्रो ने BSEB पर केस किया मामला अभी न्यालय में है । छात्र चाह रहे है कि पुराने एग्जाम का ही रिजल्ट जारी किया जाए क्योंकि वो एग्जाम ईमानदारी पूर्वक हुआ था लेकिन BSEB बोर्ड ने दुबारा एग्जाम की घोषणा कर दी , इस बार भी सिलेबस जारी नही किया गया। 9 से 21 सितम्बर तक एग्जाम का डेट निर्धारित भी कर दिया गया है । बिना सिलेबस के। नीतीश सरकार तानाशाही अपनाते हुए एग्जाम की डेट की घोषण कर दी है । जबकि मामला अभी न्यायलय में आज के प्रदर्शन में पवन यादव ,विकास पटेल,मुन्ना पटेल,आलोक आनंद,राजेश शर्मा सहित दर्जनो छात्र शामिल हुए!