जनबोल न्यूज
युवा राजद के प्रदेश प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी अरुण कुमार यादव ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के कारण लॉकडाउन में रोजी रोजगार सभी वर्ग के लोगों का खत्म हो गया। लोगों की आर्थिक स्थिति दयनीय हो चुका हैं। हर वर्ग के लोग आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं।
पटना सहित प्रदेश के विभिन्न शहरों में भारी संख्याओं में छात्र – छात्राएं प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी करने के उद्देश्य से किराए के मकान व हॉस्टल में रहते हैं। राज्य के विभिन्न गाँव से आकर पटना में सिर्फ लाखों की संख्या में छात्र-छात्राएं प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी हेतु रूम रेंट पर रहते हैं। मकान, हॉस्टल मालिक और छात्र,छात्रों के बीच किराए को लेकर लगातार विवादों की खबरें सामने आ रहा हैं।
लॉकडाउन के कारण वर्तमान में छात्र-छात्रों के अभिभावकों की आर्थिक स्थिति दयनीय होने के कारण किराया देने में सक्षम नही हैं। इस स्थिति में छात्र- छात्राओं का नीतीश सरकार मार्च से लेकर अगस्त तक 6 माह का मकान और हॉस्टल किराया मकान मालिकों को वहन करे। या फिर मकान-हॉस्टल मालिकों को छात्र – छात्राओं का रूम रेंट माफ करने का निर्देश जारी करे। साथ ही मकान – हॉस्टल मालिकों का 6 माह का बिजली बिल,होल्डिंग टैक्स माफ करे।