पीएम मोदी ने बिहार के लोगों को पत्र में लिखा की मेरे प्रिय बिहार के भाइयों और बहनों, आज इस पत्र के माध्यम से आपसे बिहार के विकास, विकास के लिए एनडीए पर विश्वास और विश्वास बनाए रखने के लिए एनडीए के संकल्प के बारे में बात करना चाहता हूं। युवा हों या बुजुर्ग, गरीब हों या किसान, हर वर्ग के लोग जिस प्रकार आशीर्वाद देने के लिए सामने आ रहे हैं। वह एक आधुनिक और नए बिहार की तस्वीर दिखाता है। बिहार में लोकतंत्र के महापर्व के दौरान मतदाताओं के जोश ने हम सबको और अधिक उत्साह के साथ कार्य करने को प्रेरित किया है।

बिहार में लोकतंत्र की पहली कोपल फूटी, ज्ञान-विज्ञान, शास्त्र-अर्थशास्त्र, हर प्रकार से बिहार संपन्न रहा है। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के मंत्र पर चलते हुए 140, सरकार बिहार के गौरवशाली अतीत को फिर स्थापित करने के लिए कटिबद्ध है, प्रतिबद्ध है।

पीएम मोदी ने पत्र में एक कविता को भी लिखा है, जो कि कुछ इस प्रकार है

बिहार में वोट पड़ रहा है-

जात-पात पर नहीं, विकास पर

झूठे वादों पर नहीं, पक्के इरादों पर

कुशासन पर नहीं, सुशासन पर

भ्रष्टाचार पर नहीं, ईमानदारी पर

अवसरवादिता पर नहीं आत्मनिर्भरता के विजन पर

इसके साथ ही उन्होंने अंत में लिखा “मैं बिहार के विकास को लेकर बहुत आश्वस्त हूं। बिहार के विकास में कोई कमी न आए, विकास की योजनाएं अटकें नहीं, भटकें नहीं, इसलिए मुझे बिहार में नीतीश जी की सरकार की जरूरत है।मुझे विश्वास है, डबल इंजन की ताकत, इस दशक में बिहार को विकास की नई ऊंचाई पर पहुंचाएगी।”