जनबोल न्यूज
बिहार मे राजनीति हो और जाति ना तो । ये कभी बिहार मे नही हो सकता । हम ऐसा इस लिए कह रहे है। क्यो कि बिहार की राजनीति मे अक्सर देखा गया हे। जाति ही हावी रहा है। 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में चुनाव में सभी राजनीतिक दलों ने प्रत्याशियों के चयन में एक बार फिर जातिवाद को प्रमुखता से ध्यान मे रखा।
बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा, जेडीयू, वीआईपी और हम को मिलाकर जातीय समीकरण बनाया गया। यदि महागठबंधन में राजद, कांग्रेस, वामदलों ने मिलकर पुराने वोट बैंको पर ही भरोसा किया।
बिहार मे तीसरी गठबंधन की बात करे तो बसपा, अवौसी और कुशवाहा और देवेन्द्र यादव की पार्टी ने मिलकर चुनाव मे नया विकल्प देने का काम किया।
यदि बिहार मे चौथे गठबंधन की बात करे तो पप्पु यादव भी कहा पिछे थे। बिहार चुनाव मे जनता को विकल्प देने और मुख्यमंत्री बनने की होड पप्पु यादव भी शमिल थे। पप्पु यादव ने मुस्लिम, दलित और यादव जाति को साधने की कोशिश की लेकिन खुद अपनी सीट भी निकालने मे नाकाम रहे।
देखिए बिहार मे किस जाति के कितने विधायक जीते ।
जाति संख्या
यादव 55
कुर्मी 10
कुशवाहा 16
वैश्य 22
राजपूत 18
भूमिहार 17
ब्रह्मण 12
पटना संवाददाता
रवि कुमार