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हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा में पीएचडी एंट्रेस ऑनलाइन परीक्षा में हुई धांधली, हो रहा विरोध

जनबोल न्यूज महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा (महाराष्ट्र) के सत्र 2020-21 के पीएचडी प्रवेश परीक्षा में नकल का मामला सामने आया है .दरअसल सत्र

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shaziya shamim

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महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा (महाराष्ट्र) के सत्र 2020-21 के पीएचडी प्रवेश परीक्षा में नकल का मामला सामने आया है .दरअसल सत्र 2020-21 के कुल 134 सीटों पर ऑनलाईन परीक्षी ली गई . जिसमें छात्रों ने मनमाने ढ़ंग से एक्जाम दिया  और खुब जमकर नकल की . इसके विरोध में आइसा (ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन) ने मोर्चा खोल दिया  है .

आइसा का आरोप है की विश्वविद्यालय  अकादमिक भ्रष्टाचार के कारण ईमानदार और मेहनती विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करके उन्हे अंधकार की तरफ धकेल रहा है . उन्होने कहा की कुलपति प्रो. रजनीश शुक्ला की सह पर महामारी की आड़ में नियम-परिनियम को ताख पर रखकर विश्वविद्यालय प्रशासन ने मनमाने ढंग से ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया। प्रवेश परीक्षा के नाम पर नकल के खेल में विश्वविद्यालय के जिम्मेदार प्रशासनिक पदाधिकारी कुलपति की कठपुतली के समान बने हुए नज़र आए। विश्वविद्यालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों में कई प्रकार की खामियां थी जिसका फायदा उठा कर परीक्षार्थियों ने जम कर नकल किया।

नक़ल के स्पष्ट सबूत मिलने के बाद छात्र संगठन आइसा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एन. साई. बालाजी एवं राजेश कुमार के द्वारा पुनः एक बार ईमेल के माध्यम से साक्ष्यो को संलग्न कर प्रवेश परीक्षा में नक़ल की शिकायत दर्ज करवाकर जिम्मेदार अधिकारीयों पर कार्यवाही और प्रवेश परीक्षा को पुनःकेंद्र बना कर पर्यवेक्षक की निगरानी परीक्षा में संपन्न करवाने की मांग की है । विश्वविद्यालय के कुलपति व प्रशासन शिकायत को अनदेखा कर प्रवेश प्रक्रिया को जारी रखे हुए है। लगभग दो माह बाद प्रवेश परीक्षा में चयनित परीक्षार्थियों की सूची जारी कर दिनांक 09 दिसंबर 2020 से 06 जनवरी 2021 कर ऑनलाइन साक्षात्कार लिया जा रहा है।

वहीं दूसरी ओर कई भावी शोधार्थियों का कहना है कि ईमेल के माध्याम से जारी किये गए अंक प्रमाण-पत्र में फेरबदल किया गया है।  परीक्षार्थियों ने अनुमानित प्रश्नों के आकलन के बाद उन्हें उम्मीद से बहुत कम अंक प्राप्त हुए हैं। परीक्षार्थियों के सामने समस्या यह है कि वे सभी अपनी बात को प्रमाणित नहीं कर सकते क्योंकि ऑनलाइन परीक्षा होने के कारण उनके पास कोई साक्ष्य नहीं है।

बताते चले की पीएचडी के 134 सीटों पर  10 व 21 अक्टूबर 2020 को तीन पालियो में प्रवेश परीक्षा हुई थी . जिसमें 1603 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था . अब लगभग दो माह बाद प्रवेश परीक्षा में चयनित परीक्षार्थियों की सूची जारी कर 09 दिसंबर 2020 से 06 जनवरी 2021 कर ऑनलाइन साक्षात्कार लिया जा रहा है।

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