जनबोल न्यूज
आज संसद में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के भाषण के दौरान हंगामा मच गया . जब राष्ट्रपति ने कृषि बिल की चर्चा की तो विपक्ष ने हंगामा बोलना शुरू कर दिया . संसद भवन में हंगामे के राजनीतिक बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है . इसी क्रम में बहुजन समाजवादी पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने केन्द्र सरकार पर हमला बोला है . उन्होने कहा की किसानों के साथ हुए इतने प्रताड़ना के बाद भी सरकारी चुप्पी काफी निराशाजनक है .
मायावती ने ट्वीट करते हुए लिखा की संसद के संयुक्त अधिवेशन में मा. राष्ट्रपति का अभिभाषण खासकर किसानों व गरीबों आदि के लिए घोर निराशाजनक. आगे उन्होने लिखा की कृषि के क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाने वाला किसान तीन कृषि कानूनों की वापसी को लेकर काफी आन्दोलित है व सरकारी प्रताड़ना झेल रहा है जिसपर सरकारी चुप्पी दुःखद
मायावती ने किसानों के हक में आवाज उठाते हुए एक और ट्वीट में लिखा की बीएसपी ने केन्द्र सरकार द्वारा काफी अपरिपक्व तरीके से लाए गए नए कृषि कानूनों का संसद में व संसद के बाहर हमेशा विरोध किया है। देश के गरीबों, दलितों व पिछड़ों आदि की तरह किसानों के शोषण व अन्याय के विरूद्ध व इनके हक के लिए भी बीएसपी हमेशा आवाज उठाती रहेगी.