टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) : ट्राई ने टैरिफ रिचार्ज की वैलिडिटी 28 दिन की जगह 30 दिन करने का लिया फैसला लिया है जो एक सुकुन भरा खबर है। इस संबंध में TRAI ने कंसल्टेशन पेपर जारी करके संबंधित विभाग के लोगों से राय माँगी है। ट्राई ने प्रेस मीटिंग में बताया कि उसने टैरिफ रिचार्ज की वैलिडिटी को लेकर कंसल्टेशन पेपर जारी किया है। उपभोक्ताओं को सर्विस प्रोवाइडर की तरफ से टैरिफ प्लान पर एक महीने की जगह 28 दिन की वैलिडिटी दिए जाने पर उसे लगातार शिकायतें आ रही थी । उपभोक्ताओं का एक बडा वर्ग टैरिफ प्लान रिचार्ज की वैलिडिटी से संतुष्ट नहीं है ऐसा माना जा रहा है कि कंपनियां जल्द ही अपने ट्रैरिफ प्लान रिचार्ज की वैलिडिटी 28 से 30 दिन कर सकती हैं। हालांकि, हो सकता है कि कंपनियां इसके लिए टैरिफ प्लान रिचार्ज की कीमतें भी कुछ बढ़ा दें।
TRAI:वैलिडिटी 28 दिनों का रखने पर कंपनियों को होता था 1 महीने का लाभ
28, 56 या 84 दिन की वैलिडिटी वाले प्लान से टेलीकॉम कंपनियों को एक महीने की टैरिफ प्लान का लाभ होता है। मतलब एक साल में ही ग्राहकों को 12 महीने की जगह 13 महीने का रिचार्ज करना होता है। एसे समझें…
- एक साल में 12 महीन और 365 दिन होते हैं
- महीनेभर वाले प्लान की वैलिडिटी 28 दिन होती है
यानि कि वैलिडिटी के हिसाब से 365 / 28 दिन = 13 महीने हुए
- यानी एक साल 12 की जगह 13 महीने की हो गई।
मतलब टेलीकॉम कंपनियों को एक महीने की टैरिफ प्लान का लाभ हुआ ।
पारदर्शिता लाने के लिए ट्राई ने उठाया कदम: एक्सपर्ट: इसे लेकर टेलीकॉम मामलों के एक्सपर्ट बताते हैं कि कंपनियों को अपने हिसाब से प्लान का टैरिफ तय करने का पूरा हक है। ट्राई की तरफ से टैरिफ प्लान की कीमत को लेकर किसी भी कंपनी पर कोई बंदिश नहीं है। परंतु प्लान जब 28 दिन की वैलिडिटी वाला होता है तब ग्राहकों में कनफ्यूजन होता है। ऐसे में कई बार ग्राहकों को प्लान का पूरा फायदा भी नहीं मिल पाता। कई बार ग्राहक इसके चलते प्लान में ज्यादा पैसे भी खर्च कर देते हैं। ऐसे में प्लान में पारदर्शिता लाने को लेकर ट्राई का ये एक कदम है।