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सखुआ स्वास्थ्य उपकेंद्र चालू करवाने को लेकर जाप नेता एवं ग्रामीणों ने एकदिवसीय सांकेतिक धरना का आयोजन किया । धरना को संबोधित करते हुए छात्र परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौतम आनंद ने कहा कि आखिर इतने दिनों से सखुआ स्वस्थ्य उप केंद्र सहित पिपरा के सभी पंचायतों का उपस्वस्थ्य केंद्र बंद क्यों है। जिले के सिविल सर्जन और पिपरा के स्वस्थ्य प्रभारी को इसका जवाब देना होगा और वर्षों से लूट और घोटाले का विभाग बन चुका जिले के स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली के खिलाफ आर.टी.आई. अभियान चलाकर बड़ा खुलाशा किया जाएगा। सभी सरकारी स्वास्थ्य प्रभारी जिले से प्रखंड तक जो पदस्थापित है सबका निजी अस्पताल वालों के साथ गठबंधन है। गरीब मरीजों से मोटी रकम लूटने-लुटवाने का अभियान चला रखा है। पिपरा प्रखंड सहित सुपौल जिला के अंतर्गत सैकड़ों प्राथमिक उपस्वस्थ्य केंद्र वर्षों से बंद हैं । बदहाल जंगल झाड़ी का रूप लेकर शराबियों जुआरियों का अड्डा बन चुका है । रामनगर उपस्वस्थ्य केंद्र ग्रामीणों के लिए भूसा रखने का ठिकाना बन चुका है । कहीं गाय भैंस बांधने का ठिकाना बना दिया गया है। ताज्जुब तो इस बात की है कि जिले के अधिकतर उपस्वस्थ्य केंद्र लगभग 15 से 20 वर्षों से बंद हैं। फिर भी इस दौरान इन स्वास्थ्य केंद्रों के मरम्मत के लिए लाखों रुपये निकाले गये। नाममात्र का मरम्मत भी हुआ किन्तु डॉक्टर, नर्स, और ईलाज हमेशा नदारद हीं रहा है। इस लूट का कोरोना संक्रमण में पोल खुल रहा है । इसे लूट का अड्डा जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासन के मिलीभगत से बनाया गया है। जिसे अब बर्दास्त नहीं किया जाएगा। जल्द से जल्द जिला प्रशासन एवं सिविल सर्जन जिले के ऐसे सभी अस्पतालों को जल्द से जल्द चालू करवाने का काम करें। नहीं तो आगे जल्द ग्रामीण स्तर पर स्वस्थ्य विभाग की लूट के खिलाफ स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टर, दवा, ईलाज की माँग को लेकर सरकार के स्थानीय प्रतिनिधियों के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा। धरना का संचालन करते हुए जाप नेता संजय झा ने कहा कि इस गाँव के हजारों गरीब लोगों के लिए वर्षों पूर्व यह स्वास्थ्य उप केंद्र हीं इलाज का मुख्य केंद्र हुआ करता था । जिसे नीतीश कुमार की सरकार ने लूट का माध्यम बना खंड़हर में तब्दील कर दिया है। जल्द से जल्द यहाँ डॉक्टर और ईलाज का प्रबंध नहीं किया गया तो आने वाले समय में पिपरा स्वास्थ्य प्रभारी से लेकर सिविल सर्जन तक को भारी परिणाम और हजारों ग्रामीणों का आक्रोश झेलने के लिए तैयार रहना होगा। धरना की अध्यक्षता करते हुए विपिन कुमार झा ने कहा कि गाँव के इस अस्पताल में इलाज प्रारंभ करवाने के लिए जो भी करना होगा करेंगे लेकिन चालू करवाकर रहेंगे। धरने में उमेश झा ,आशुतोष झा, मन्नू झा, भाष्कर यादव, राहुल झा, केशव झा , रोहित झा, मोनू कुमार, चौधरी देवीलाल ,सज्जन कुमार मो.रोजित, कुणाल पासवान, राकेश शर्मा, रंजीत पंडित, राहुल कुमार, प्रवीण कुमार , रौशन कुमार ,मनीष कुमार, त्रिभुवन कुमार सहित दर्जन ग्रामीण एवं युवा शामिल थे।