बिहार नगर निकाय चुनाव -2022 , में बोगस वोट रोकने को लेकर चुनाव आयोग ने नयी तैयारी की है। इसबार होने वाले नगर निगम चुनाव में बोगस वोट नहीं डाले जा सकेंगे। दरअसल बोगस वोट पर लगाम लगाने के लिए चुनाव आयोग के पास एक नाय सॉफ्टवेयर होगा। सॉप्टवेयर के माध्यम से वोटरों के फोटों का मिलान किया जाएगा। वोटिंग करने गए व्यक्ति की तस्वीर मतदातासूचि में लगी तस्वीर से मिलान न होने पर मतदान नहीं करने दिया जाएगा।
बिहार नगर निकाय चुनाव की तैयारी में जुटा सभी जिलों का प्रशासन
बिहार नगर निकाय चुनाव -2022 में बोगस वोटरों को रोकन के प्लान को देखते हुए सभी जिलों के प्रशासन तैयारी में जुट गयी है। मतदाता सूचि में लगी फोटो से मिलान करने के अलावा तैयारी यह भी की जा रही है कि जरूरत पड़ने पर मतदाता के महान पत्र जैसे की आधार कार्ड पैन कार्ड में लगे फोटो को भी वैकल्पिक फोटो मान कर जरूरत होने पर मिलान की जा सके। यह एक प्रकार सा राज्य निर्वाचन आयोग का प्रयोग है यदि यह सफल रहता है तो इसका इस्तेमाल आने वाले चुनावों में बोगस वोट को रोकने के लिए की जा सकती है।
तकनीकी तैयारी में भी जुटा है आयोग
बिहार नगर निकाय चुनाव -2022 में बोगस वोटरों को रोकने के दौरान किसी प्रकार के विवाद उत्पन्न न हो इसे लेकर राज्य निर्वाचन आयोग तकनीकी तैयारी में भी जुटा है। नये सॉफ्टवेयर के सहयोग से मतदाता सूचि में वोट डालने वाले मतदाता की तस्वीर का मिलान अपने आप हो जाएगा। यदि वोट डालने आये व्यक्ति का फोटो मतदाता सूची में दर्ज फोटो से मेल नहीं खाता है, तो उस वोटर को संदिग्ध माना जायेगा। इसके लिए चुनाव के दिन सभी बूथ पर कैमरा मैन व इंटरनेट सुविधा सहित टैब आदि की व्यवस्था की जा रही है। राज्य निर्वाचन आयोग के विशेष कार्य पदाधिकारी संजय कुमार ने इसके लिए जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम को निर्देश दिया है।