पटना : भाजपा के सात बार के विधायक व पूर्व मंत्री नंद किशोर यादव गुरुवार को सर्वसम्मति से बिहार विधानसभा के अध्यक्ष बन गए। इसके साथ ही 17वीं बिहार विधानसभा में कई रिकाॅॅर्ड बने हैं। उनके निर्वाचन के पहलेे उप सभाध्यक्ष महेश्वर हजारी ने नीतीश कुमार को सदन का नेता और तेजस्वी यादव को नेता प्रतिपक्ष घोषित किया। इसके बाद सदन की परंपरा अनुसार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ससम्मान विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव को आसन तक ले गए। आसन ग्रहण करने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि यह मेरे लिए गर्व का क्षण है साथ ही यह न्यायपूर्ण सेवा की चुनौती भी है। मैं समझता हूं कि भले ही इस आसन का पदनाम कहने के लिए स्पीकर है, मगर वाद-विवाद मेंं बोलना नहीं है। उन्होंंने कहा कि उनका प्रयास होगा कि सौहार्दपूर्ण वातावरण में सदन की कार्यवाही चलें। हर किसी को बोलेने का मौका मिले। वे कोशिश करेंगे कि विधायकों की आवाज बनेंं। यह हम सब की सम्मिलित जिम्मेदारी है। इस आसन की सबसे बड़ी विशेषता है- तटस्थता और निष्पक्षता। मैं विश्वास दिलाता हूं कि हर संभव प्रयास करूंगा कि इसका अनुपालन करूं। पक्ष या विपक्ष किसी को भी शिकायत का मौका नहीं दूंगा।
इस बार बिहार विधानसभा में बने कई रिकॉर्ड
उल्लेखनीय है कि 17वीं बिहार विधानसभा कई लिहाज से अनूठी है। इस बार विधानसभा के एक ही कार्यकाल में एक ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का तीन बार शपथ ग्रहण हुआ है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू बिहार विधानसभा चुनाव 2020 भाजपा के साथ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के तले चुनावी मैदान में उतरी। इस चुनाव में जदयू ने 42, भाजपा ने 74 और राजद ने 75 सीटें जीतीं। जदयू और भाजपा ने राजग गठबंधन की सरकार बनाई और मुख्यमंत्री बने नीतीश कुमार। 2022 में उन्होंने फिर पाला बदला और गठबंधन बदलकर राजद के साथ सरकार बनाई। इसके साथ ही वे बिहार के मुख्यमंत्री के रुप में नौवीं बार और एक ही विधानसभा कार्यकाल में तीसरी बार 28 जनवरी, 2024 को शपथ ग्रहण किया। इसके बाद कहा कि अब यहां से इधर-उधर नहीं जाएंगे।
17वीं विधानसभा में एक ही कार्यकाल यानी पांच साल में तीसरे स्पीकर नंदकिशोर यादव बने हैं। उनके पहले राजद के अवध बिहारी चौधरी और भाजपा के वर्तमान उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा स्पीकर रहे। इस बार इन दो पूर्व स्पीकर के साथ ही तीसरे स्पीकर जदयू के पूर्व स्पीकर विजय कुमार चौधरी सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेते नजर आएंगे। 17वीं विधान सभा में बिहार को पहली बार दो उप मुख्यमंत्री भी मिले। राजग में पहले भाजपा की रेणु देवी और तारकिशोर प्रसाद उप मुख्यमंत्री बनें। अब भाजपा के सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ शपथ ग्रहण किया है।