Janbol News

Bihar: प्लास्टिक के फाइल-फोल्डर और आर्टिफिशियल गुलदस्ते पर रोक

पटना : हर तरफ पर्यावरण संरक्षण के लिए जोर दिया जा रहा है। बिहार इससे कैसे अछूता रहेगा। अब महाविद्यालयों व विश्वविद्यालयों में आयोजित होने

By Janbol News

Edited By:

shobhit singh

Published:

पटना : हर तरफ पर्यावरण संरक्षण के लिए जोर दिया जा रहा है। बिहार इससे कैसे अछूता रहेगा। अब महाविद्यालयों व विश्वविद्यालयों में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में बनाबटी बुके या प्लास्टिक से बने फाइल, फोल्डर नहीं दिखेंगे। यानी स्वागत के लिए अब बनावटी वस्तुओं का इस्तेमाल नहीं होगा। कार्यक्रम में आने वाले अतिथियों का स्वागत जूट से बने फाइल-फोल्डर या खादी के अंगवस्त्र, शाल व पर्यावरण अनुकूल गिफ्ट से होगा। इसके माध्यम से लोकल कारीगारों को प्रोत्साहन भी दिया जाएगा।

पत्र जारी कर दी गई जानकारी
दरअसल, इस बाबत विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने सभी विश्वविद्यालयों व कालेजों को पत्र लिया है। पत्र में साफ कहा गया कि शिक्षण संस्थानों में प्लास्टिक के उपयोग पर रोक लगाई जाए। सभी शिक्षण संस्थानों को सेमिनार, सम्मेलन, कार्यशाला, दीक्षांत समारोह आदि कार्यक्रमों में अतिथियों को खादी के अंगवस्त्र, शाल और पर्यावरण अनुकूल तोहफे देने होंगे। यूजीसी के सचिव प्रो मनीष जोशी ने सभी राज्यों व विवि को पत्र लिख कर इसकी जानकारी दी है।

स्थानीय बाजार को मिलेगी प्रमुखता

स्वागत के दौरान इसमें स्थानीय बाजार से बने उत्पादों को प्रमुखता देनी होगी। कहा गया है कि इसके अलावा स्थानीय लेखकों की किताबों के सेट बनाकर व स्थानीय कारीगरों द्वारा तैयार उत्पादों को गिफ्ट में दिए जाने का निर्देश भी यूजीसी ने दिया है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के निर्णय से लोक कारीगरों की आमदनी भी बढ़ेगी।

ट्रेंडिंग