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Yash Cyclone : ताउते के बाद , यास तूफान से मचेगी तबाही लेकिन कौन रख रहा तूफानों के ये उटपटांग नाम ?

Janbol News Yash Cyclone : कोरोना महामारी के बीच ताउते तूफान से मची दक्षिण भारत में तबाही का दौर अभी खत्म भी नहीं हुआ था

By Janbol News

Edited By:

Bala Patanpuria

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Yash Cyclone : कोरोना महामारी के बीच ताउते तूफान से मची दक्षिण भारत में तबाही का दौर अभी खत्म भी नहीं हुआ था कि अगले 48 घंटे में यास नामक नये चक्रवात से उड़ीसा , पश्चिम बंगाल और अंडमान निकोबार द्वीप समूह के आस पास के क्षेत्रों में तबाही मचने की संभावना जतायी जा रही है। यास तूफान से कम से कम जान माल का नुकसान हो इसे लेकर हाई एलर्ट जारी कर दी गयी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार बंगाल की खाड़ी के पूर्वी-मध्य क्षेत्र में बना निम्न दबाव के क्षेत्र को भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है।  NDRF और सेना के जवान इससे निपटने की तैयारियों  में जूटे हैं।

हालांकि यास चक्रवात  ( Yash Cyclone ) ने अब तक दस्तक नहीं दिया है । चक्रवात से संबंधित खबरों से आप सबों को Update करेंगे हीं लेकिन आइए इससे पहले यह समझते हैं कि चक्रवातों के इतने उटपटांग नाम आते कहाँ से हैं और क्या है इनका मतलब ?

किसने किया है यास चक्रवात का नामकरण ?

यास तूफान ( Yash Cyclone ) का नामकरण ओमान देश ने किया है। यास का हिन्दी मतलब होता है निराशा । दरअसल उत्तरी हिंद महासागर के राष्ट्रों ने  साल 2000 में उष्णकटिबंधीय चक्रवातों के नामकरण के लिए एक नई प्रणाली का उपयोग करना शुरू किया । ये नाम अल्फाबेट  के हिसाब से देश के अनुसार सूचीबद्ध हैं। सामान्य नियम यह है कि नामसूची एक विशिष्ट क्षेत्र के WMO (world meteorological organization)  सदस्यों के राष्ट्रीय मौसम विज्ञान और जल विज्ञान सेवाओं (NMHS) द्वारा प्रस्तावित की जाती है और संबंधित उष्णकटिबंधीय चक्रवात क्षेत्रीय निकायों द्वारा उनके सालाना और दो साल में होने वाले सत्रों में अप्रूव (approve) की जाती है।

13 देश मिलकर रखते हैं भारत में आने वाले तूफानों के नाम

हिन्द महासागर और बंगाल की खाड़ी , अरब सागर में उठने वाले चक्रवाती तूफानों के नाम कुल 13 देश मिलकर रखते हैं। WMO संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक आयोग एशिया और प्रशांत (WMO/ESCAP) पैनल ऑन ट्रॉपिकल साइक्लोन (PTC) में 13 देशों के सदस्य हैं। इनमें भारत, बांग्लादेश, म्यांमार, पाकिस्तान, मालदीव, ओमान, श्रीलंका, थाईलैंड, ईरान, कतर, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और यमन मिलकर चक्रवातों के नाम ( naming of cyclone) तय करते हैं।

नई जारी की गई सूची में 169 चक्रवातों के नाम हैं
आठ सदस्यों वाले पैनल ने 2004 में 64 नामों की एक लिस्ट फाइनल की थी। पिछले साल भारत में कहर बरपाने वाले चक्रवात के लिए अम्फान नाम उस सूची में अंतिम नाम था। WMO/ESCAP समिति ने 2018 में पांच और देशों को शामिल करने के लिए सदस्यों की सूची का विस्तार किया। पिछले साल, एक नई सूची जारी की गई थी जिसमें चक्रवातों के 169 नाम हैं। ये नाम 13 देशों के 13 सुझावों का संकलन है।

अगले तूफान का नाम क्या होगा ?

भारत में तबाही मचा गयी पिछले तूफान ताउते (तौकते ) का नामकरण इसी पद्धति से म्यान्मार ने किया था। तौकते का  मतलब होता है तेज आवाज निकालने वाली छिपकली  । म्यान्मार के बाद अब ओमान की बारी थी जिसने तूफान का नाम यास ( Yash Cyclone) रखा है यास का मतलब होता है निराशा । ठीक वैसे हीं यास के जाने के बाद जो तुफान आएगा उसका नामकरण पाकिस्तान के खाते से किया जाएगा और इस तूफान का नाम होगा गुलाब जिसका मतलब होता है खुशबु देने वाली फुल !

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