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क्‍या वाकई पर्यावरण और जानवरों के लिए खतरनाक है 5G Service

Janbol News हर चर्चा के शुरू होने से पहले की एक पटकथा होती है। कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने जब उफान पकड़ा तो रोज

By Janbol News

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Bala Patanpuria

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हर चर्चा के शुरू होने से पहले की एक पटकथा होती है। कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने जब उफान पकड़ा तो रोज हजारों लोग मरने लगें । अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन के लिए हाहाकार मचा तो कहानी शुरू हुयी कि कहीं देश में शुरू हो रहा 5जी सेवा  ( 5G Service )  तो नहीं है हाहाकार की वजह? सवाल उठाया जाने लगा, अलग- अलग तर्क दिये जाने लगें कि 4 जी के कारण छोटे छोटे जीव मारे गये। कहीं 5जी सेवा (5G Service)  इंसान को तो नहीं निगलेगा? चर्चा सोशल मीडिया से शुरू हुआ तो अभिनेत्री से पर्यावरणविद बनीं जूही चावला भी मैदान में उतर गयीं। कोर्ट में 5जी नेटवर्क को चुनौती तक दे डालीं । हालांकि कोर्ट ने पेटिशन खारिज करते हुए 20 लाख का जुर्माना तक लगा दिया। साथ हीं कोर्ट ने टिप्पणी की कि ये सिर्फ एक पब्लिसिटी स्‍टंट था जिसमें मीडिया का ध्‍यान अपनी तरफ खींचने की कोशिश की गई थी । खैर केस का परिणाम जो भी रहा हो लेकिन बड़ा सवाल है कि क्‍या वाकई पर्यावरण और जानवरों के लिए खतरनाक है 5जी सर्विस ? ( Is 5G service really dangerous for the environment and animals? )

क्या होंगे 5 जी के फायदे?

क्‍या वाकई पर्यावरण और जानवरों के लिए खतरनाक है 5जी सर्विस ? ( Is 5G service really dangerous for the environment and animals? ) इस सवाल का जवाब ढूंढ़ने से पहले आइए हम जानते हैं क्या होंगे 5 जी सेवा ( 5G service ) के फायदे ?  दरअसल दुनिया के कई देश इस समय 5जी सर्विस ( 5G service )  को लॉन्‍च करने की तैयारी में जूटे हैं.। कई रिसर्चर की तरफ से इस बात को लेकर चिंता जताई जा रही है कि 5जी सेवा ( 5G service ) इंसानों और पर्यावरण के लिए खतरा हो सकता है। यही नहीं कई वैज्ञानिकों और डॉक्‍टरों की तरफ से अपील की गई है कि 5जी को रोका जाना चाहिए। हालांकि तकनीकी क्रांति के इस युग में 5जी की जरूरत इस बात से समझा जा सकता है कि 5जी ,  4जी की तुलना में 1000 गुना ज्‍यादा तेज इंटरनेट एक्सेस देने जा रहा  है।  कहा तो यह भी जा रहा कि 5जी के आने के बाद आप अपने फोन में 100 जीबी प्रति सेकेंड की रफ्तार से 4 हजार वीडियोज देख सकेंगे।

कई मनगढंत कहानी चलन में है।

क्‍या वाकई पर्यावरण और जानवरों के लिए खतरनाक है 5जी सर्विस ? ( Is 5G service really dangerous for the environment and animals? ) इसे समझने की प्रक्रिया में हमें यह भी जानना चाहिए कि 5जी को लेकर क्या मनगढ़ंत कहानिया बनाई जा रही है और क्या है उसकी मूल वजह ? वैसे तो 5जी अभी लॉन्च नहीं की जा सकी है  लेकिन जब से 5जी की लॉन्चिंग का ऐलान किया गया है तब से ही लोग कई तरह की कहानियाँ बना रहे हैं। यही नहीं लोगों का रवैया साफ- साफ 5जी के प्रति उदासीनता भरी है। 5जी सर्विस के साथ सुरक्षा को लेकर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं। एक रिपोर्ट में तो यहाँ तक कहा गया था कि 5जी की वजह से नीदरलैंड्स में सैंकड़ों चिड़‍िया मर गई थीं। हालांकि बाद में ये खबर सिर्फ एक अफवाह साबित हुई। इस तरह की कई और फेक स्‍टोरीज मीडिया में आ चुकी हैं। दरअसल 5जी को लेकर जो चिंता जताई जा रही है वो इसकी अत्‍यधिक हाई फ्रिक्‍वेंसी की वजह से है। अनुमान लगाया जा रहा है कि इसकी फ्रिक्‍वेंसी 30 गिगाहर्ट्ज से लेकर 300 गीगाहर्ट्ज तक होने वाली है।

 एंटीना का जाल बुन रहा 5जी के लिए कहानियों का जाल

5जी सेवा पूर्ण रूप से वायरलेस होने वाली है । ऐसा करने के लिए बताया जा रहा है कि 5जी सर्विस में हर 100 से 200 मीटर की दूरी पर एक एंटीना होगा।  ऐसे में ऐंटीना का जाल 5जी सेवा को उपलब्ध करवा रहा होगा। हालांकि इस सर्विस का जानवरों और पर्यावरण पर कोई प्रभाव होगा इसे लेकर दो तरह के मत हम सबों के सामने  हैं। इन दोनों मतो को जान कर हीं हम यह निर्णय ले पायेंगे कि क्‍या वाकई पर्यावरण और जानवरों के लिए खतरनाक है 5जी सर्विस ? ( Is 5G service really dangerous for the environment and animals? )

पहली मत वायरलेस कंपनियों और अमेरिकी संस्‍था सीडीसी की है। सीडीसी  के  तरफ से जनता को भरोसा दिलाया गया है कि 5जी नेटवर्क पूरी तरह से सुरक्षित है।

दूसरी मत  वर्ल्‍ड हेल्‍थ ऑर्गनाइजेशन के तहत आने वाली इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर (IARC) ने की है।  अमेरिका की नेशनल टॉक्‍सीकोलॉजी प्रोग्राम (NTP) की तरफ से हुई स्‍टडी में इस बात के सुबूत मिले हैं कि सेलफोन की ज्‍यादा फ्रिक्‍वेंसी कैंसर के खतरे को बढ़ाती है। हालांकि अभी कोई पुख्ता सुबूत नहीं मिले हैं कि 5जी की वजह से जानवरों को कोई नुकसान पहुंचता है भी है या नहीं ?

अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं !

5जी सेवा अभी शुरू नहीं हुयी । लॉन्च तक 5जी नहीं किया जा सका है बावजूद इसके साल 2019 और 2020 में कुछ स्‍टडीज हुईं । हालांकि स्टडीज में ऐसा कोई स्पष्ट संकेत नहीं मिला है कि  इस सेवा का जानवरों पर कोई असर पड़ेगा। जब तक कोई ठोस सुबूत नहीं मिल जाते हैं तब तक 5जी पर कुछ भी कहना सही नहीं होगा। यह सेवा जानवरों और पर्यावरण के लिए खतरा है, इसे जानने के लिए थोड़ा इंतजार करना हीं होगा। हम कह सकते हैं कि क्‍या वाकई पर्यावरण और जानवरों के लिए खतरनाक है 5जी सर्विस? ( Is 5G service really dangerous for the environment and animals? )  इसका हम सबके पास अब भी कोई ठोस जवाब नहीं है।

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