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Up Political News : बागियों ने बढ़ाया बुआ भतीजे में रार अखिलेश पर मायावती का पलटवार

Janbol News Up Political News : हाल हीं में सम्पन्न पांच राज्यों के चुनाव के बाद अब 2022 में होने जा रहे देश के बड़े

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Up Political News : हाल हीं में सम्पन्न पांच राज्यों के चुनाव के बाद अब 2022 में होने जा रहे देश के बड़े राज्य उत्तरप्रदेश में विधानसभा के चुनाव की सरगर्मी धीरे- धीरे बढ़ रही है। जहाँ योगी भाजपा के दिल्ली दरबार में मत्था टेक रहे हैं तो अलग अलग पार्टी के नेता पाला भी बदल रहे हैं। कुछ दिन पहले हीं भाजपा ने कॉग्रेस नेता जितिन प्रसाद को न केवल पार्टी में शामिल करवाया था बल्कि बाद में योगी मंत्रीमंडल का हिस्सा भी बनवाया। इसके कुछ समय  बाद हीं समाजवादी पार्टी के  मुखिया अखिलेश  यादव से बहुजन समाज पार्टी के निष्कासित विधायक ने मुलाकात की। यह भी दावा किया गया है कि ये सभी विधायक जल्द हीं सपा में शामिल होने जा रहे हैं। समाजवादी पार्टी के इस दावे पर अब बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती की भी प्रतिक्रिया सामने आयी है।

मायावती का अखिलेश पर ट्विटर वॉर

उत्तरप्रदेश की राजनीतिक अखाड़े की खबर ( Up Political News ) लोकसभा में साथ चुनाव लड़ी सपा और बसपा के बीच के खटपट को हवा दे रही है। दरअसल बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने निष्कासित विधायकों को सपा प्रमुख द्वारा अपने दल में शामिल करवाने की कोशिश को सपा का छलावा बतायी है। यहीं नहीं मायावती की मानें तो यह सपा का घृणित राजनीति है। उन्होने अपने ट्वीटर हैंडल से एक के बाद एक पॉच ट्विट करते हुए लिखती हैं.।

घृणित जोड़तोड़, द्वेष व जातिवाद आदि की संकीर्ण राजनीति में माहिर समाजवादी पार्टी द्वारा मीडिया के सहारे यह प्रचारित करना कि बीएसपी के कुछ विधायक टूट कर सपा में जा रहे हैं घोर छलावा।

जबकि उन्हें काफी पहले ही सपा व एक उद्योगपति से मिलीभगत के कारण राज्यसभा के चुनाव में एक दलित के बेटे को हराने के आरोप में बीएसपी से निलम्बित किया जा चुका है।

सपा अगर इन निलम्बित विधायकों के प्रति थोड़ी भी ईमानदार होती तो अब तक इन्हें अधर में नहीं रखती। क्योंकि इनको यह मालूम है कि बीएसपी के यदि इन विधायकों को लिया तो सपा में बगावत व फूट पड़ेगी, जो बीएसपी में आने को आतुर बैठे हैं।

जगजाहिर तौर पर सपा का चाल, चरित्र व चेहरा हमेशा ही दलित-विरोधी रहा है, जिसमें थोड़ा भी सुधार के लिए वह कतई तैयार नहीं। इसी कारण सपा सरकार में बीएसपी सरकार के जनहित के कामों को बन्द किया व खासकर भदोई को नया संत रविदास नगर जिला बनाने को भी बदल डाला, जो अति-निन्दनीय।

वैसे बीएसपी के निलम्बित विधायकों से मिलने आदि का मीडिया में प्रचारित करने के लिए कल किया गया सपा का यह नया नाटक यूपी में पंचायत चुनाव के बाद अध्यक्ष व ब्लाक प्रमुख के चुनाव के लिए की गई पैंतरेबाजी ज्यादा लगती है।यूपी में बीएसपी जन आकांक्षाओं की पार्टी बनकर उभरी है जो जारी रहेगा

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