Solar Strom Impact : सोंचिये सुबह सुबह उठें और न आपका मोबाई टावर काम करे न हीं जीपीएस जिससे लोकेशन के बारे में जानकारी मिलता हो तो क्या होगा? आप सोंच रहें होंगे के इतनी उटपटांग बात सोंचा हीं क्यों जाये ? यदि ऐसा मन में ख्याल आरहा है तो मैं बताता हूं आखिर होने क्या जा रहा है जिसकी वजह से हम सब को यह सोंचनी चाहिए। दरअसल अनंत खगोलीय घटनाक्रम से हर रोज गुजर रहे ब्रह्मांड से एक सोलर स्टॉर्म बहुत तेजी के साथ धरती की ओर बढ़ता चला आरहा है। सूरज से उठे इस स्टॉर्म या तूपान को धरती की ओर बढ़ने की रफ्तार 1.6 लाख किलो मीटर प्रतिघंटा बताया जा रहा है। इसे 11 या 12 जुलाई को धरती से टकराने की संभावना जतायी जा रही है। इस वजह से धरती पर रहने वाले मानव के लिए यह दो दिन बेहद अहम होने वाला है।
क्या होने वाला है सोलर स्टॉर्म का प्रभाव (Solar Strom Impact ) ?
आप सोंच रहे होंगे की सोलर स्टॉर्म ( Solar Strom Impact ) का प्रभाव क्या परने वाला है हम सब के उपर । आपको बता दें कि सोलर स्टॉर्म के दौरान धरती की सतह पर तेज बिजली की धारा का प्रवाह होगा। इसके चलते कई बार पावर ग्रिड तक फेल हो जाती हैं। कुछ जगहों पर तेल और गैस की पाइपलाइनों पर भी इनका असर दिख सकता है। इसका असर हाई फ्रीक्वेंसी रेडियो कम्यूनिकेशन पर होने से जीपीएस वगैरह भी काम करना बंद कर सकता है । जब सोलर स्टॉर्म के धरती से टकरा रही होगी तो इससे खूबसूरत रोशनी निकलेगी। इस रोशनी को उत्तरी या दक्षिणी पोल पर रह रहे लोग रात के वक्त देखा जा सकेगा। ऐसी संभावना है कि सौर्य तूफान आता है तो धरती पर जीपीएस, मोबाइल फोन और सैटेलाइट टीवी के साथ ऐसे रेडियो फ्रीक्वेंसी से चलने वाले अन्य उपकरणों काम करना भी बंद सर सकता है।