आज़मगढ़ 8 नवम्बर 2022.
जनांदोलनों की नेता मेधा पाटकर पहुंची किसानों के संघर्ष में जमुआ की खिरिया की बाग। सभा को संबोधित करते हुए मेधा पाटकर ने कहा की जो जमीन पीढ़ियों से हमारे पास है वह हमें अन्न की सुरक्षा के साथ जीवन जीने का अधिकार देती है। सरकार विकास की बात करती है लेकिन विकास का चरित्र का क्या होगा इस पर बहस नहीं करती। किसानों और मजदूरों की जमीन छीनकर पूजीपतियों के लिए एयरपोर्ट बना रहे हैं, जिसकी आम जनता को कोई आवश्यकता नहीं है। अगर यह वास्तविक विकास करना चाहते हैं तो किसानों के हर पांच किलोमीटर पर मंडी का निर्माण कराएं।
जिलाधिकारी संदेश भेजें किसान नहीं देने जा रहे जमीन-मेधापाटकर
मेधा पाटकर ने पंचायत में लोगों से पूछा कि क्या आप जमीन देना चाहते हैं? जनता ने कहा हाथ उठाकर एक स्वर में कहा कि नहीं। पाटकर ने कहा कि डीएम साहब क्यों संविधान का पालन नहीं करना चाहते? आज यह किसान पंचायत एक लाइन का प्रस्ताव पारित करती है कि हम किसी भी हाल में अपनी जमीन नहीं देंगे। जिलाधिकारी इस आशय की सूचना उड्डयन मंत्रालय और प्रधानमंत्री कार्यालय को भेज दें।
मेधापाटेकर के अलाव इनका भी मिला समर्थन
इलाहाबाद से अम्बेडकर वाहिनी के डॉ आरपी गौतम, बुलंदशहर से किसान नेता पूनम पंडित, लखनऊ से घंटाघर आंदोलन की नेता अज़रा मोबिन, डॉ संदीप पाण्डेय, एनएपीएम की राष्ट्रीय समन्वयक अरुंधती धुरू, गोरखपुर से भीम आर्मी के रविन्द्र सिंह गौतम, हाईकोर्ट अधिवक्ता संतोष सिंह, बलिया से राघवेंद्र राम, मऊ से अरविंद मूर्ती, अफाक धरने के समर्थन में पहुंचे।
9 नवंबर को इनका मिलने जा रहा समर्थन
आजमगढ़ में किसान आंदोन का कल 27वॉ दिन है। इसकी सूचना प्रेस रिलिज के माध्यम से देते हुए किसान नेता राजीव यादव ने बताया कि 9 नवम्बर को 9 बजे किसान नेता राकेश टिकैत जमुआ की खिरिया की बाग में चल रहे धरने के समर्थन में आएंगे। इसके अलावा बड़े पैमाने पर गोरखपुर, फैज़ाबाद, वाराणसी, इलाहाबाद से किसान नेता पहुंचेंगे।